देहरादून। उत्तराखंड क्रांति दल के केन्द्रीय महामंत्री जय प्रकाश उपाध्याय ने कहा है कि भाजपा व कांग्रेस की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ अब गांव-गांव जाकर जनता को जागरूक करने का काम किया जायेगा। उनका कहना है कि दल अब राज्य में अपनी ताकत बढ़ने जा रहा है।
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| पत्रकार वार्ता के दौरान जयप्रकाश उपाध्याय। |
दल के केन्द्रीय कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उपाध्याय ने कहा है कि भाजपा और कांग्रेस की केवल सत्ता हथियाने की साजिश को राज्य के प्रत्येक व्यक्ति तक पहंुचाने का लक्ष्य तय किया गया है और राज्य में विकास की एक भी किरण नजर नहीं आ रही है और जन हितों को छोडकर वर्तमान सरकार जन विरोधी फैसले लेकर सुनियोजित तरीके से जनता का ध्यान बांट रही है और राज्य की जनता को धार्मिक एजेंडें को बढा रही है। उनका कहना है कि इन सवालों के जवाब देने और वर्तमान सरकार का विकास खोलने के लिए दल के कार्यकर्ता गांव गांव जायेगा और इस परिपेक्ष्य में संपूर्ण राज्य को तीन मंडलों में बांटा गया है। गढवाल मंडल, कुमायूं मंडल एवं तराई मंडल।
उन्होंने कहा कि सर्वप्रथम दल अपनी खोई हुई ताकत तराई मंडल में बढायेगा और जिसके लिए दल के केन्द्रीय अध्यक्ष दिवाकर भटट ने डी के पाल को तराई का प्रभारी नियुक्त किया है। उनका कहना है तराई मंडल की तीस विधानसभाओं में निरंतर गांव बचाओ उत्तराखंड बचाओ अभियान चलाया जा रहा और इस अभियान की लगभग सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। उनका कहना है कि पांच दिसम्बा को हरिद्वार में कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया जायेगा। प्रथम दस विधानसभा में यात्रा कर अभियान चलाये जाने का निर्णय लिया गया है और जिसका शुभारंभ चकराता विधानसभा से 12 दिसम्बर से किया जायेगा। उनका कहना हे कि इसके लिए दून के प्रभारी केन्द्रीय उपाध्यक्ष एन के गुसांई, सह प्रभारी सम्राट पंवार एवं सुभाष पुरोहित, विकासनगर केप्रभारी केन्द्रीय महामंत्री बहादुर सिंह रावत, सह प्रभारी दीपक पंत, एवं विमल भंडारी को सह प्रभारी बनाया गया है एवं महानगर दून के प्रभारी केन्द्रीय उपाध्यक्ष शैलेश गुलेरी एवं सह प्रभारी वीरेन्द्र सिंह बिष्ट व विलास गौड को बनाया गया है, ब्लाॅक प्रभारी चकराता केन्द्रीय सचिव मनोज कुमार व सह प्रभारी राम सिंह चैहान व अशोक नेगी को बनाया गया है। इस अवसर पर अन्य स्थानों पर भी प्रभारी घोषित किये गये है और सभी से दल की मजबूती के लिए कार्य करने का आहवान किया गया है। इस अवसर पर वार्ता में जय प्रकाश उपाध्याय, संजय क्षेत्री, डी के पाल, बहादुर सिंह रावत आदि मौजूद थे।



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