कोटद्वार/देहरादून,। सोमवार को कोटद्वार में ’’कोटद्वार इको टूरिज्म सर्किट विकास एवं सफारी वाहनों का संचालन योजना’’ का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई इन योजनाओं से कोटद्वार के सामाजिक व आर्थिक विकास को नई दिशा मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोटद्वार को गढ़वाल का द्वार कहा जाता है, आज इन योजनाओं के शुरूआत होने से कोटद्वार को विकास का द्वार भी कहा जायेगा। 
कोटद्वार इको टूरिज्म सर्किट विकास एवं सफारी वाहनों का संचालन योजना’’ का शुभारंभ करते मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिह रावत
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन योजनाओं से स्थानीय युवाओं को स्वरोजगार के नये अवसर मिलेंगे। साथ ही पर्यटकों की संख्या भी बढेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश-दुनिया में उत्तराखण्ड को देवभूमि के नाम से जाता है। उत्तराखण्ड की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि हमारे पास सकारात्मक और रचनात्मक मानव संसाधन उपलब्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इको टूरिज्म को राज्य के विकास और आय से जोड़ा जायेगा। इस ्रप्रकार की योजनाएं तैयार की जा रही है, जिससे स्थानीय युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार मिल सके। साथ ही पर्यटन को भी बढ़ावा मिल सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार संवेदनशील सरकार के रूप में कार्य कर रही है। हमारी सरकार ने दुर्गम पर्वतीय क्षेत्रों में चिकित्सकों का स्थानांतरण किया, जिसमें से 90 प्रतिशत चिकित्सकों ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। कोटद्वार में आज पर्याप्त संख्या में चिकित्सक हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जनसहयोग के साथ भविष्य के लिए योजनाएं तैयार कर रही है, जिनके दूरगामी सकारात्मक परिणाम सामने आयेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि चिकित्सा स्वास्थ्य के क्षेत्र को मजबूती प्रदान करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाये जा रहे हैं। टेलीमेडिसन, टेलीरेडियोलाॅजी जैसी योजनाएं शुरू की गई हैं, अब तक 12 चिकित्सालयों को इन योजनाओं से जोड़ा गया है। हमारा प्रयास है कि हम अपने प्रदेशवासियों को सुपर स्पेशलिस्ट डाॅक्टर उपलब्ध करा सके। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पं. दीन दयाल उपाध्याय सहकारिता किसान कल्याण योजना के तहत 200 किसानो को 2 प्रतिशत के ब्याज पर 01-01 लाख रुपए के ऋण के चैक भी वितरित किये तथा आपदा प्रभावितों को हर संभव सहायता दिए जाने का आश्वासन दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के विकास के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार कर रही है, जिसमें जनसहयोग की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार के सहयोग से आॅल वेदर सड़क परियोजना का कार्य प्रगति पर है, इसके साथ ही जोशीमठ और औली के लिए भारत सरकार के सहयोग से महत्वकांक्षी परियोजना तैयार की जा रही है।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए वन एवं पर्यावरण मंत्री डाॅ. हरक सिंह रावत ने कहा कि कोटद्वार एक धार्मिक, ऐतिहासिक एवं प्राकृतिक रूप से महत्वपूर्ण स्थल है। उन्होंने कहा कि आज कोटद्वार इको टूरिज्म सर्किट विकास एवं सफारी वाहनों का संचालन योजना को शुभारंभ किया गया है, इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही कोटद्वार को एक नई पहचान मिलेगी। श्री रावत ने कहा कि इस योजना से स्थानीय युवाओं का रोजगार के भी अवसर मिलेंगे। वन मंत्री श्री रावत ने कहा कि आज जो सौगात कोटद्वार को मिली है, उसके लिए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत का आभार है। वन मंत्री ने बताया कि आज सोना नदी गेट से शुभारंभ करते हुए 6 सफारी वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया है।

इस अवसर पर उच्च शिक्षा एवं सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डाॅ. धन सिंह रावत, लैंसडाॅन विधायक दिलीप रावत, जिला पंचायत अध्यक्ष  दीप्ति रावत, प्रमुख वन संरक्षक डाॅ. आर.के. महाजन, एम.डी. इको टूरिज्म विकास निगम अनूप मलिक आदि उपस्थित थे।
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