देहरादून। राजकीय प्राथमिक चिकित्सालय त्यूनी में महिला डाक्टर के न होने के कारण 26 वर्षीय एक महिला ने झुलापुल पर ही एक शिशु को जन्म दिया, जिसकी तस्वीरे सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं। लोग जमकर सोशल मीडिया में अपनी भड़ास निकाल रहे हैं, और अस्पताल प्रशासन व प्रदेश सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल उठाने लगे है।
जानकारी के मुताबिक त्यूनी मंगलवार की दोपहर ग्राम ईशाली तहसील मोरी जिला उत्तरकाशी की वनिता देवी (26) पत्नी धनेश निवासी को प्रसव पीड़ा हुई। जिस पर धनेश पत्नी को लेकर किसी तरह शाम करीब चार बजे राजकीय प्राथमिक चिकित्सालय पहुंचा। जहां महिला डाक्टर के उपलब्ध न होने पर डाक्टरों ने परिजनों को हिमाचल के रोहड़ू जाने की सलाह दी। इस पर धनेश गर्भवती पत्नी को लेकर नया बाजार के लिए चल दिया। रास्ते में वनिता की प्रसव पीड़ा तेज हो गई। दर्द से कराह रही वनिता झूला पुल पर ही बैठ गई। यह देख आसपास की महिलाएं वहां पहुंची। महिलाओं ने किसी तरह गर्भवती का पुल पर ही प्रसव कराया और महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया।
Vidya Nand Sharma is with Sandeep Kumar and 3 others.
लोग विकास के पथपर सर ऊठा के चलते है और हमारे# क्षेत्र के विकास में आज भी #मान्वता शर्म सार हो रही है।
जरा गौर करों अगर ये अपने में गुजरे तो.....
आज त्यूनी झूलापुल के ऊपर महिला ने दिया बच्चे को जन्म।
ऐसा तब हुआ जब चिकित्सा में कोई भी डाक्टर उपलब्ध नहीं था। प्रदेश स्तर की राजनीति करने वाले हमारे क्षेत्र के नेतागण पहले अपने गिरेवान में झांक के देखो।
जरा गौर करों अगर ये अपने में गुजरे तो.....
आज त्यूनी झूलापुल के ऊपर महिला ने दिया बच्चे को जन्म।
ऐसा तब हुआ जब चिकित्सा में कोई भी डाक्टर उपलब्ध नहीं था। प्रदेश स्तर की राजनीति करने वाले हमारे क्षेत्र के नेतागण पहले अपने गिरेवान में झांक के देखो।
Comments
Suresh Rai Vikram Panwar Vicky
bhai ne खूब aawaj uthai hai vo chahe shiksha के chetr मे हो या
स्वास्थ्य छेत्र का ho परंतु इनकी आवाज को दरकिनार कर दिया jara है.. अब ye
गलती chahe sarkar ki हो ya स्थानीय प्रतिनिधि की. है शर्म की बात... लोगो
का जागना जरूरी है अन्यथा इस तरह की घटना आगे भी होती जाएगी...
Manage
Sumit Pundir ये उन नेताओं के मुँह पर जूता है जो इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते है।
हालांकि जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ्य है, लेकिन इस घटना के बाद एक बार फिर सूबे की स्वास्थ्य सेवाओं पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं। प्रसव हो जाने के बाद भी स्वास्थ्य सुविधा न मिलने के कारण स्थानीय लोगों ने जच्चा और बच्चा को उनके घर भिजवा दिया है।
महिला डाक्टर के न होने पर स्थानीय लोगों ने नाराजगी जताई। स्थानीय लोगों ने बताया कि दो साल से अस्पताल में महिला डाक्टर नहीं है। इसके चलते हमेशा गर्भवती महिलाओं की जान को खतरा बना रहता है। सीएमओ डॉ. टीसी पंत ने बताया कि प्रदेशभर में डाक्टरों की कमी बनी हुई है। फिर भी त्यूनी में महिला डाक्टर की तैनाती की कोशिश की जाएगी।
पूरी
घटना की तस्वीरे सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद प्रदेश की चिकित्सा
व्यवस्था पर लोग सोशल मीडिया में अपनी भड़ास निकाल रहे हैं और सरकार और
स्वास्थ्य महकमे को जमकर कोस रहे हैं।
Post A Comment:
0 comments so far,add yours