हरिद्वार। कार्तिक पूर्णिमा पर लाखों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। हरकी पौड़ी सहित विभिन्न घाटों पर यात्री श्रद्धालुओं का जनसैलाब ब्रह्ममुहुर्त से ही जुटा रहा। विभिन्न प्रान्तों से पहुंचे यात्रियों ने मां गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य लाभ अर्जित किया। श्रद्धालु भक्तों का मानना है कि कार्तिक पूर्णिमा के स्नान करने से परिवारों में सुख समृद्धि का वास होता है, पापों से मुक्ति मिलती है। 
हरकी पौड़ी पर उमड़ा जनसैलाब
कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए यू0पी0 हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान, बिहार, उड़ीसा, मध्य प्रदेश, झारखण्ड, आदि राज्यों से आते हैं। हरकी पौड़ी पर पौराणिक मंदिरों में यात्री श्रद्धालुओं द्वारा पूजा अर्चना की गई। श्रद्धालु भक्तों द्वारा दान पुण्य भी बढ़ चढ़कर कार्तिक पूर्णिमा पर किया जाता है। हरकी पौड़ी के अलावा गंगा घाटों पर जनसैलाब सुबह से ही उमड़ा रहा। तड़के से ही विभिन्न राज्यों से पहुंचे श्रद्धालुओं ने मां गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य लाभ अर्जित किया। उज्जवल पंडित का कहना है कि कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर स्नान करने से पापों से मुक्ति मिल जाती है। मां गंगा सभी की पालनहार हैं। हमें ज्यादा से ज्यादा दान पुण्य करना चाहिये। गरीब असहायों की मदद के लिए तत्पर रहना चाहिये। आस्था का सैलाब साफ तौर पर धर्मनगमें देखा जा सकता है। महिलायें बच्चे, वृद्धजन, युवा वर्ग भी आस्था के इस सैलाब में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेता है। विभिन्न प्रान्तों से पहुंचे यात्री श्रद्धालुओं ने हरिद्वार के पौराणिक मंदिरों में पूर्ण विधि विधान के साथ पूजा अर्चना कर अपने परिवारों की सुख समृद्धि की कामना की। पं0 अधीर कौशिक ने कहा कि आस्था का संगम कार्तिक पूर्णिमा पर हरिद्वार में देखा जा रहा है। सच्चे मन से की गई प्रार्थनायें अवश्य ही पूर्ण होती है। हमें बाहर से आने वाले यात्री श्रद्धालुओं की सेवा में स्नान पर्व में जुटना चाहिये किसी भी यात्री को धर्मनगमें दिक्कतें ना आये ऐसे प्रयास हमें मिल जुलकर करने चाहिये। उन्होंने उत्तराखण्ड वासियों को कार्तिक पूर्णिमा की शुभकामनायें दी।
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