चमोली/देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने गैरसैंण में तीन दिवसीय कृषि, उद्यान एवं पर्यटन विकास मेले का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने क्षेत्र के लिए लगभग 55 करोड़ रूपये की लागत की 19 विभिन्न विकास योजनाओं का शिलान्यास व लोकापर्ण किया। मुख्यमंत्री ने मेले में लगे विभिन्न विभागों के स्टाॅलों का अवलोकन भी किया।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने गैरसैंण में जनता को संबोधित करते हुए कहा कि मेले जहाॅ मिलने का मौका देते है वही मेलों में विभागीय जानकारियाॅ व विकास का माॅडल भी देखने को मिलता है। उन्होंने जनता मेले में लगी प्रदर्शनी व स्टाॅलों का अधिक से अधिक लाभ उठाने की अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा कि दूरस्थ क्षेत्रों के विकास के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि राज्य की आर्थिक प्रगति के लिए हमें शिक्षा व खेती के साथ-साथ हस्तशिल्प/दस्तका को भी विकसित करना होगा। कृषि पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्नत खेती के लिए सरकार ने ठोस योजनाएं तैयार की है। किसानों के लिए 2 प्रतिशत के सस्ते ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमार प्रदेश सैनिक बाहुल्य प्रदेश है, जिसको ध्यान में रखते हुए वीरगति को प्राप्त होने वाले सैनिक व अद्र्वसैनिक बलो के परिवार के सदस्य को राजकीय सेवा में लिये जाने का निर्णय भी सरकार द्वारा लिया गया है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने गैरसैंण में झील का निर्माण, हरगड धारपानी में माॅडल बगीचा, धुनारघाट एवं सैंजी गांव में सुरक्षा दीवार व बाढ नियन्त्रण कार्य, महलचै-मेखोली मोटर मार्ग को शहीद रघुवीर सिंह के नाम पर रखने की घोषाण की। इस अवसर पर उन्होंने क्षेत्र के मेधावी छात्रों, अध्यापकों, खिलाडियों, प्रगतिशील किसानों को स्मृति चिन्ह् व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। वही गंगा गाय महिला डेय योजना के तहत क्षेत्र की मरोडा दुग्ध समिति की दो महिला मती हेमा देवी व मती गुड्डी देवी को 40-40 हजार रूपये की धनराशि के चैक भी वितरित किये। इसके साथ ही लैंसडाॅन से गढवाल रेजीमेंट बैंड पार्टी को भी स्मृति चिन्ह् देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर महिला मंगल दल सैंजी द्वारा तैयार किये मंडुवे की रोटी, कंडाली की सब्जी व झंगोरे की खीर भी मुख्यमंत्री को परोसी गयी। मेला समिति द्वारा मुख्यमंत्री का गैरसैंण में स्वागत किया गया तथा आदिबद्री मंदिर का स्मृति चिन्ह् भी मुख्यमंत्री को भेंट किया गया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने गैरसैंण में पीएमजीएसवाई के तहत देवलधार (दिवागाड़)-कण्डाखोड मोटर मार्ग लागत 547.09लाख, पाण्डुवाखाल-गोगनामल्ला मो.मार्ग लागत 386.36 लाख, ब्रुर्गीधार मेहलचै-बछुवा से स्यूणी तल्ली मोटर मार्ग लागत 251.17 लाख, गैरसैंण-स्यूणी मल्लीमो.मार्ग लागत 377.51, देवलधार-कल्चूना मो.मार्ग लागत 391.68 लाख, सुगरबैंड-सिलपाटा मो.मार्ग लागत 895.41 लाख एवं लोक निर्माण विभाग गौचर की चाॅदपुरगढी मोटर मार्ग लागत 250.64 लाख तथा लोनिवि गैरसैंण की पजियाणा-घण्डियाल मो.मार्ग विस्तार लागत 309.91 लाख, हरगढ मो.मार्ग लागत 102.68 लाख रूपये के साथ ही नगर पंचायत भवन गैरसैण का भी शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने पीएमजीएसवाई की सुगरबैंड-सिलपाटा मो.मार्ग लागत 960.37 लाख, मलगुड-मज्याडी मल्ली मो.मार्ग लागत 253.44 लाख, गीबर-पैव मो.मार्ग लागत 250.89 लाख, लोनिवि गौचर की कांवासेरा-थापली मो.मार्ग लागत 267.35 लाख, लोनिवि गैरसैंण टैडुडा गदेरे में 15 मीटर स्पान मोटर पुल निर्माण लागत 37.10लाख, सलियाणा घाट में 36 मी0 स्पान स्टील गार्डर पैदल लागत 35.00 लाख तथा आरडब्लूडी की रा.उ.मा.वि. आन्द्रपा लागत 53.57लाख, रा.जू.हा. झुमाखेत लागत 79.50लाख एवं कानूनगो चैकी गैरसैंण का निर्माण लागत 31.65 लाख की विभिन्न विकास योजनाओं का लोकापर्ण भी किया। इस अवसर पर विधायक सुरेन्द्र सिंह नेगी, मगन लाल शाह, जिला पंचायत अध्यक्षा मुन्नी देवी शाह सहित जिलाधिका आशीष जोशी, पुलिस अधीक्षक तृप्ती भट्ट, समस्त जिला स्तयरीय अधिकारी, क्षेत्रीय जनता व जनप्रतिनिधि सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे। इसके बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने आगामी विधानसभा सत्र को दृष्टिगत रखते हुए भराड़ीसैंण विधानसभा का स्थलीय निक्षण कर निर्माण कार्यो का जायजा लिया। इसके साथ ही उन्होंने जिलाधिका एवं पुलिस अधीक्षक से विधानसभा सत्र की तैयारियों के संबंध में जानका हासिल की एवं आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये।
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