मसूरी। मसूरी शरदोत्सव 2017 की आखिरी शाम मशहूर सूफी गायक हुसैन जाफर नियाज लखनउ वाले के नाम रही। उन्होंने दर्शकों की फरमाईस पर भी कई कव्वालीयां सुनाकर पूरी रात समां बांधे रखा।

 
शरदोत्सव में मशहूर सूफी गायक जाफर नियाज  कव्वाली  की प्रस्तुति देते हुए
सोमवार को शरदोत्सव की आखरी शाम अंतरराष्ट्रीय सूफी सिंगर लखनऊ के कव्वाल हुसैन जाफर नियाजी के नाम रही। नियांज ने अपने कार्यक्रम का शुभारंभ बहुत कठिन है, डगरपन घट की कव्वाली से की,उसके बाद उन्होंने हिंदु- मुस्लिम एकता पर हमें मंदिर भी चाहिए, हमें मस्जिद भी चाहिए, मां तेरा यार बुलावा, दमादम मस्तकलंदर, छाप तिलक सब छिन ली सहित अन्य कव्वालीयों की प्रस्तुती दी। उसके बाद उन्होंने दर्शकों की फरमाईस पर भी कई कव्वालीयां सुनाकर पूरी रात समां बांधे रखा। 
इस मौके पर उन्होंने बताया कि मै चैाथी बार मसूरी में अपने कार्यक्रम की प्रस्तुती देने आया हुं। मुझे यहां की मिटटी से बेहद प्यार है। कव्वाली सूफी संतों का संदेश है, सूफी गायन सुनने में श्रोताओं को अलग ही आनंद आता है। लेकिन दुर्भाग्य है कि आज की युवा पीढी पश्चिम सभयता की ओर जा रही है जिससे कव्वाली हाशिये पर आ रही है नई पीढी को सूफी संतो द्वारा गाये गये गायन को अपने सुर देने चाहिए, जिससे कव्वाली को जिंदा रखा जा सके। नियाज ने कहा कि कव्वाली में क्लासिक म्युजिक भी जुडता है,जिससे कव्वाली का आनंद और बढ जाता है।
पुरस्कार वितरण समारोह में मिस इंडिया ईको इंटरनेशनल ख्याति शर्मा व अन्य
इससे पहले सांय 5 बजे से लेकर 6 बजे तक मसूरी खेल संघ द्वारा शरदोत्सव के दौरान कराये गये विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में अव्वल रहे विजेताओं को शगुन वैडिंग प्वाइंट में पुरस्कार वितरित किये गये। जिसमे मुख्य अतिथि मिस इंडिया ईको इंटरनेशनल ख्याति शर्मा, पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल, पालिका सभासद विनोद सेमवाल, जसबीर कौर, रमेश भंडारी, बिरेद्र पंवार, अरविंद गुसाईं ने विजेताओं को पुरस्कृत किया। वहीं सांय 6 बजे से लेकर सात बजे तक संनातन धर्म इंटर कालेज की छात्राओं द्वारा रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुती पेश कर दर्शकों की तालियां बटोरने में सफल रही। वहीं दीपक कपरूवाण ने अनटोल्ड स्टोरी के तहत मोहमद रफी के गानों को अपनी आवाज में प्रस्तुत किया, जिन्हें सुनकर श्रोता मंत्र मुग्ध हुये।
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