मसूरी, मसूरी आज तक ब्यूरो। मसूरी शरदोत्सव की पहले दिन की सांस्कृतिक संध्या में थौलधार सांस्कृतिक लोक कला मंच से जुडे कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियो से लोगो को मंत्र मुग्ध किया है। वहीँ रमछोल नाईट में उत्तराखंड के सुप्रसिद्व कलाकारों की धूम रही। जिसमे प्रसिद्द लोक गायिका मीना राणा के गीत "ओ साहिबा" ने दर्शकों का मन मोह लिया, वहीं लोक गायक जितेन्द्र पंवार के सुणरे दग्डया, बात सुणजा और किशन महिपाल ने "फुल्डिया" गीत पर दर्शक झूम उठे, तो गजेन्द्र राणा के "माणा मरछवाणी" व रेशमा शाह के "बिमलु नाची" ने दर्शकों को देर रात्री तक झुमने को मजबूर किया। वहीं प्रदीप भंडारी द्वारा निर्देशित प्रदेश की दशा को दर्शाता गढवाली हास्य व्यंग्य नाटक "हैलो यूके" ने दर्शकों गहरी छाप छोड़ी।
प्रस्तुति देती लोक गायिका प्रेरणा भंडारी
गुरुवार को शगुन वेडिंग प्वाईट के मुख्य पंडाल में रमछौल नाईट का शुभारभ पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिह मल्ल, पूर्व विधायक जोत सिह गुनसोला, उफतारा के अध्यक्ष चन्द्रवीर गायत्री और पालिका केे सभासदों ने संयुक्तरूप में द्वीप प्रज्वलित कर किया।
सांस्कृतिक संध्या के अवसर पर संबोधित करते पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल, साथ में सभासदगण व पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला व फिल्म निर्देशक प्रदीप भंडारी
रमछोल के तहत जितेन्द्र पंवार के "सुणरे दग्डया, बात सुणजा" वीरेंद्र राजपूत के "पल्या गौ की सुरजा", पदम् गुसाईं के "काफलू का बण" और प्रेरणा भंडारी के "दूर डंडियों गौ गुठ्यार" ने दर्शकों में खूब वाहवाही लूटी। वहीँ प्रसिद्ध संगीतकार संजय कुमोला के कर्णप्रिय संगीत ने भी श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया।
वहीँ प्रदीप भंडारी द्वारा निर्देशित नाटक "हेल्लो यूके" में प्रदेश में फैले भ्रष्टाचार पर सरकार पर खूब तंज कसे। जिसमे दीपक व्यास, प्रदीप भंडारी, अरविन्द नेगी, गंभीर जयाडा, ब्रिजेश भट्ट आदि कलाकारों ने शानदार अभिनय से दर्शकों में अपनी छाप छोड़ी। वहीँ नाटक के एक मार्मिक गीत "अब त सुध बुध ली लेवा उत्तराखंडवासियों तुम" ने दर्शकों को भाव विभोर किया।  
सांस्कृतिक प्रस्तुति देते धौलधार सांस्कृतिक मंच के कलाकार
इस मौके पर पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिह मल्ल ने कहा कि  विषम परिस्थितियों के बावजूद नगर पालिका परिषद द्वारा शरादोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। क्योंकि शरदोत्सव मसूरी की 67 साल पुरानी विरासत है और यह मंच उत्तराखंड के सांस्कृतिक कला प्रतिभाओं व बोली भाषा को प्राणवायु देने का काम करता है।उन्होंने कहा किन्ही कारणों से शरदोत्सव 9 सालों से नही हो पाया था, इसलिए नगर पालिका का इसे पुनः शुरू करने का दायित्व बन गया था।

वहीँ पूर्व विधायक जोत सिह गुनसोला ने शरदोत्सव के पुन; आरम्भ करने पर नगर पालिका की सराहना की है।कार्यक्रम का सञ्चालन गंभीर सिंह जयाडा ने किया।


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