पटना, सनाउल हक़ चंचल-
पूर्णिया। कलाकार भोला के तोते की कहानी जान कर आप दांतों तले अंगुली दबा लेंगे। तोते को बोलते, नमस्ते या राम-राम कहते आपने सुना होगा पर पूर्णिया के खुश्कीबाग निवासी कलाकार भोला का तोता नूडल्स खाता है और चाय भी पीता है। किसी अतिथि के आने पर नमस्ते की जगह हाय-हैलो बोलता है। सबसे बड़ी बात है कि यह खुले में रहता है, पिंजड़े में नहीं।
पक्षी विशेषज्ञ मानते हैं कि पशु पक्षियों पर परिवेश का असर पड़ता है लेकिन यह तोता परिवेश से अलग व्यवहार कर रहा है। भोला इस तोते का काफी काफी समय से पालन पोषण कर रहे हैं।
भोला बताते हैं कि उनका तोता अन्य खाने की जगह नूडल्स अधिक पसंद करता है। चाय और कॉफी पसंदीदा पेय पदार्थ है। अन्य कोई खाना दो तो बिल्कुल नहीं खाता है और नूडल्स की मांग करता है।
तोता मालिक का कहना है कि ऐसा नहीं था कि उसे पहले दिन से ही नूडल्स खिलाए गए थे लेकिन जैसे ही नूडल्स उसको खिलाए गए उसके बाद अब उसे नूडल्स ही पसंद है। नूडल्स जब बनता है तो उसकी सुगंध से वह खुशी से झूमने लगता है और जब तक उसके सामने नूडल्स परोसा नहीं जाता है वह झूमता रहता है।
देर से घर आने वालों को जमकर डांटता भी है। किसी के भी आने पर हैलो, हाय कहकर उनका वेलकम करता है जो खाना उसे पसंद नहीं वह देने पर गुस्से से चीखने लगता है और खाना देने वाले को चोंच मारने लगता है।
है ना यह 21वीं सदी का आधुनिक तोता....
खानपान ही नहीं बोलचाल में भी यह आधुनिक है। नमस्ते सिखाने पर भी हैलो से अभिवादन करता है। इसका पसंदीदा पेय पदार्थ कॉफी और चाय है। तोता कॉफी पीना पसंद करता है। खाएंगे नुडल्स, अभिवादन भी विदेशी स्टाईल में तो लोग प्यार से इस तोते को अंग्रेज कह कर बुलाते हैं, यह सुनकर तोता झूमकर अपनी खुशी का इजहार भी करता है।
पूर्णिया। कलाकार भोला के तोते की कहानी जान कर आप दांतों तले अंगुली दबा लेंगे। तोते को बोलते, नमस्ते या राम-राम कहते आपने सुना होगा पर पूर्णिया के खुश्कीबाग निवासी कलाकार भोला का तोता नूडल्स खाता है और चाय भी पीता है। किसी अतिथि के आने पर नमस्ते की जगह हाय-हैलो बोलता है। सबसे बड़ी बात है कि यह खुले में रहता है, पिंजड़े में नहीं।
पक्षी विशेषज्ञ मानते हैं कि पशु पक्षियों पर परिवेश का असर पड़ता है लेकिन यह तोता परिवेश से अलग व्यवहार कर रहा है। भोला इस तोते का काफी काफी समय से पालन पोषण कर रहे हैं।
भोला बताते हैं कि उनका तोता अन्य खाने की जगह नूडल्स अधिक पसंद करता है। चाय और कॉफी पसंदीदा पेय पदार्थ है। अन्य कोई खाना दो तो बिल्कुल नहीं खाता है और नूडल्स की मांग करता है।
तोता मालिक का कहना है कि ऐसा नहीं था कि उसे पहले दिन से ही नूडल्स खिलाए गए थे लेकिन जैसे ही नूडल्स उसको खिलाए गए उसके बाद अब उसे नूडल्स ही पसंद है। नूडल्स जब बनता है तो उसकी सुगंध से वह खुशी से झूमने लगता है और जब तक उसके सामने नूडल्स परोसा नहीं जाता है वह झूमता रहता है।
देर से घर आने वालों को जमकर डांटता भी है। किसी के भी आने पर हैलो, हाय कहकर उनका वेलकम करता है जो खाना उसे पसंद नहीं वह देने पर गुस्से से चीखने लगता है और खाना देने वाले को चोंच मारने लगता है।
है ना यह 21वीं सदी का आधुनिक तोता....
खानपान ही नहीं बोलचाल में भी यह आधुनिक है। नमस्ते सिखाने पर भी हैलो से अभिवादन करता है। इसका पसंदीदा पेय पदार्थ कॉफी और चाय है। तोता कॉफी पीना पसंद करता है। खाएंगे नुडल्स, अभिवादन भी विदेशी स्टाईल में तो लोग प्यार से इस तोते को अंग्रेज कह कर बुलाते हैं, यह सुनकर तोता झूमकर अपनी खुशी का इजहार भी करता है।
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