• रेलवे लाइन तथा आॅल वेदर रोड परियोजनाओं से पहाड़ के युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे : सीएम 

  • भ्रष्टाचारियों पर पूर्ण नकेल कसने एवं प्रदेश से भ्रष्टाचार दूर करने के लिए सरकार पूर्ण पारदर्शिता से कार्य कर रही है 

  • 670 न्याय पंचायतों को ग्रोथ सेंटर के रूप में विकासित किया जायेगा 

श्रीनगर। गुरुवार से श्रीनगर में दस दिवसीय बैकुंठ चतुर्दशी एवं विकास प्रदर्शनी का रंगारंग आगाज हो गया है। मेले का उद्घाटन गोला पार्क में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिह रावत ने किया। इस अवसर पर सीएम ने कमलेश्वर महादेव मंदिर में खड़े दीपक देने वाली दंपतियों को शुभकामनाएं दी। वहीँ उन्होंने प्राचीन कमलेश्वर महादेव मंदिर पहुंचकर भगवान शिव की पूजा अर्चना भी की। वहीँ स्कूली बच्चों और स्थानीय लोगों ने सीएम का फूल वर्षा के साथ स्वागत किया गया। 
 
पुष्प वर्षा के साथ हुआ सीएम का स्वागत
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्कूली छात्रों की परेड की सलामी ली। नगर पालिका अध्यक्ष विपिन चंद्र मैठाणी ने सीएम को अभिनंदन व मांग पत्र सौंपा। जिसमे मेला एवं विकास प्रदर्शनी हेतु 25 लाख रुपए देने पालिका क्षेत्र में ड्रेनेज सिस्टम के निर्माण के लिए तीन करोड़ का अनुदान स्वीकृत कराए जाने, मल्टीलेवल पार्किंग का निर्माण कराने, रोडवेज अड्डा पर तिमंजिला पार्किंग निर्माण कराने, संयुक्त अस्पताल में डाक्टरों की नियुक्ति कराए जाने व शहर में बचे हुए दो तिहाई हिस्से में सीवर लाइन का निर्माण की स्वीकृति प्रदान कराए जाने की मांग की गयी है। 
 इस अवसर पर क्षेत्रीय जनता को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कहा कि केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी रेलवे लाइन तथा आॅल वेदर रोड परियोजनाओं से पहाड़ के युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। इन परियोजनाओं से पहाड़ से लगातार हो रहे पलायन पर भी अंकुश लगेगा। 

कमलेश्वर मंदिर में भोले के दरबार में पूजा अर्चना करते सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत

उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा गरीबों व महिला सशक्तिकरण के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही है, इन योजनाओं से लोग लाभांवित भी हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरेंस की नीति पर कार्य कर रही है। भ्रष्टाचारियों पर पूर्ण नकेल कसने एवं प्रदेश से भ्रष्टाचार दूर करने के लिए सरकार पूर्ण पारदर्शिता से कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी प्रकार की भ्रष्टाचार की शिकायत 1905 टोल फ्री पर करके भ्रष्टाचारियों के खिलाफ शिकायत की जा सकती है। सचिवालय, जिला, तहसील और ब्लाॅक स्तर पर प्राप्त सभी समस्याओं के निराकरण के लिए मुख्यमंत्री डेशबोर्ड बनाया गया है तथा लापरवाही बरतने वालों के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि अब सेवा के अधिकार के साथ 162 और सेवाएं जोड़ दी गई हैं। इसके अलावा कैबिनेट मंे लिये गये निर्णय के अनुसार अब अभ्यर्थी अपने शैक्षणिक प्रमाण पत्रों को स्व प्रमाणित कर चस्पा कर सकते हैं। उन्होंने श्रीनगर को शिक्षा, संस्कृति के साथ जागृति और प्रेरणा का केंद्र बताया। उन्होंने कहा कि सरकार ने दूरस्थ क्षेत्रों के विकास को अपना प्राथमिक लक्ष्य बनाया है।
मंच पर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का वृहद माल्यार्पण कर स्वागत करते मेला समिति के प्रतिनिधि
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने कहा कि आज अपनी बात कहने का सभी को अधिकार है, इसके लिए शासन व्यवस्था में पारदर्शिता लाई जा रही है। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने कहा कि सीमान्त क्षेत्रों से पलायन को रोका जा सके, इसके लिए पौड़ी में पलायन आयोग का मुख्यालय बनाकर पलायन रोकने के प्रयास किये जाएंगे। उन्होंने कहा कि पिरूल का सही तरीके से उपयोग किया जाना आवश्यक है। पिरूल से तारपीन का तेल तथा बायोमाॅस इंडस्ट्रियल फ्यूल तैयार किया जाएगा। उन्होंने 670 न्याय पंचायतों को ग्रोथ सेंटर के रूप में विकासित किया जायेगा। पहले चरण में 50 न्याय पंचायतों को विकसित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने खेती और सब्जी उत्पादन से किसानों की आर्थिकी को सुदृढ करने की बात कही। इसके लिए उन्होंने चमोली के घेस गांव का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां पर तीन गांवों में सघन तथा 19 गांवों में प्रतीकात्मक रूप से मटर की खेती से लाखों रूपये का लाभ अर्जित किया।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने कहा कि आगामी 10 नवंबर से पौड़ी से एम.ओ.यू. टेलीमेडिसिन की शुरूआत भी की जा रही है। केदारपुरी में विभिन्न कार्यों के पुर्ननिर्माण कार्य, योग साधना केंद्र तथा स्मार्ट एवं हाईटेक व्यवस्थाएं की जायेंगी। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि आगामी वर्षों में केदारपुरी में हर वर्ष 10 लाख तीर्थ यात्रियों दर्शन करें। जिसके लिए रेलवे लाइन तथा आॅलवेदर रोड का कार्य किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में प्राचार्यों की नियुक्ति कर दी गई है तथा माध्यमिक शिक्षा में शिक्षकों की कमी को पूरा करने का प्रयास सरकार द्वारा किया जा रहा है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि श्रीनगर शहर में आये दिन यातायात की समस्याओं को लेकर अलकनंदा नदी के किनारे पंचपीपल से स्वीत तक बाईपास मार्ग तैयार किया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने नगर पालिका परिषद द्वारा प्रस्तुत अभिनंदन पत्र में आधा दर्जन मांगों पर विचार कर उन्हें पूरा करने का आश्वासन दिया।मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस की बात करते हुए कहा कि सचिवालय और मुख्यमंत्री आवास में भी भ्रष्टाचारी की घुसपैठ भी नहीं हो सकती है। 1905 टेलीफोन नंबर पर जनता अपनी समस्याएं सीधे बता सकती है। डाक्टरों की कमी को दूर करने के लिए विशेष प्रयास सरकार कर रही है। 


प्रदेश के उच्च शिक्षा और सहकारिता मंत्री राज्यमंत्री धन सिह रावत ने कहा कि आने वाले समय में श्रीनगर पहाड़ का पहला नगर निगम भी बनेगा। पंचपीपल से लेकर स्वीत पुल तक अलकनंदा नदी तट पर बाइपास बनाने को लेकर डीपीआर तैयार की जा रही है। डा. धन सिंह रावत ने कमलेश्वर महादेव मंदिर के रखरखाव व सौंदर्यीकरण के लिए विधायक निधि से 20 लाख रुपए देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि प्रसिद्ध चित्रकार मोलाराम तोमर की स्मृति में कीर्तिनगर पुल के समीप श्रीनगर की सीमा में एक भव्य गेट तथा श्रीनगर में म्यूजियम बनाया जाएगा। वहीँ ढिकवाल गांव पंपिंग पेयजल योजना का रूका हुआ कार्य भी शीघ्र शुरू किए जाने की बात कही।

वहीँ देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी ने मुख्यमंत्री से श्रीनगर से नैथाणा प्रस्तावित मोटर पुल निर्माण को वित्तीय स्वीकृति देने का अनुरोध किया। 

इस मौके पर रुद्र्प्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी, भाजपा जिला अध्यक्ष शैलेंद्र बिष्ट, सभासद भगत डागर, विजयलक्ष्मी रतूड़ी, रामेश्वरी देवी, गीता शुक्ला, नगर पंचायत कीर्तिनगर अध्यक्ष कल्पना कठैत, जितेंद्र रावत, ईओ सुरेंद्र प्रसाद गुप्ता आदि मौजूद रहे।
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