रुद्रप्रयाग। ग्लेशियर में फंसे ट्रैकरों के टेंट का पता चल गया है, लेकिन ट्रैकरों के काफी ऊंचाई में फंसे होने की वजह से अब तक पैदल टीम कैम्प तक नहीं पहुंच पाई है। रेस्क्यू करने के लिए एसडीआरएफ और एयरफोर्स अभियान चलाये हुए है।
करीब छः दिन पहले बद्रीनाथ क्षेत्र से मदमहेश्वर ट्रेक की ओर निकले 14 सदस्यीय ट्रेकिंग दल के करीब नौ लोग तीन दिनों से हो रही लगातार बर्फवारी के चलते पनपतिया ग्लेशियर में फंसे हुए है। जहां पर दल के सदस्य फंसे हुए हैं, वह क्षेत्र करीब 17 हजार फिट की ऊंचाई पर है और यहां लगातार बर्फवारी और हिमस्खलन होता रहता है।
पुलिस अधीक्षक प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया कि नौ भटके हुए ट्रैकरों को ट्रेस कर लिया गया है, लेकिन ट्रैकरों का रेस्क्यू नहीं किया गया है। चाॅपर बड़ा होने के कारण ग्लेशियर में लैंड नहीं कर पा रहा है। एसडीआरएफ की दूसरी टीम और एयरफोर्स के चाॅपर को भेजा गया है। ट्रैकर जिस रास्ते गये हैं, वह काफी संवेदनशील मार्ग है। हर समय बर्फवारी होने के कारण काफी दिक्कतें भी आ रही हैं। एसडीआरएफ की टीम टैकरों तक पहुंचकर उन्हें सकुशल लेकर आयेगी।
करीब छः दिन पहले बद्रीनाथ क्षेत्र से मदमहेश्वर ट्रेक की ओर निकले 14 सदस्यीय ट्रेकिंग दल के करीब नौ लोग तीन दिनों से हो रही लगातार बर्फवारी के चलते पनपतिया ग्लेशियर में फंसे हुए है। जहां पर दल के सदस्य फंसे हुए हैं, वह क्षेत्र करीब 17 हजार फिट की ऊंचाई पर है और यहां लगातार बर्फवारी और हिमस्खलन होता रहता है।
पुलिस अधीक्षक प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया कि नौ भटके हुए ट्रैकरों को ट्रेस कर लिया गया है, लेकिन ट्रैकरों का रेस्क्यू नहीं किया गया है। चाॅपर बड़ा होने के कारण ग्लेशियर में लैंड नहीं कर पा रहा है। एसडीआरएफ की दूसरी टीम और एयरफोर्स के चाॅपर को भेजा गया है। ट्रैकर जिस रास्ते गये हैं, वह काफी संवेदनशील मार्ग है। हर समय बर्फवारी होने के कारण काफी दिक्कतें भी आ रही हैं। एसडीआरएफ की टीम टैकरों तक पहुंचकर उन्हें सकुशल लेकर आयेगी।
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