देहरादून। एक माह से भी अधिक समय से प्रदर्शन कर रही प्रदेशभर की आशा कार्यकत्रियों की बेटी बचाओ-बेटी पढाओ वाली सरकार सुध नही ले रही है। जिस कारण आज घर घर जाकर लोगों को अपनी सेवाएँ देने वाली ये बेटियाँ सड़क पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने को मजबूर हैं आज 36वें दिन भी आशा कार्यकत्रियों का वेतन भुगतान सहित अनेक मांगों को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन जारी रहा। उनका कहना है कि सरकार की जन विरोधी नीतियों का पुरजोर तरीके से विरोध किया जायेगा। उनका कहना है कि सरकार उनके हितों के लिए गंभीर नहीं दिखाई दे रही है। उनका कहना है कि सरकार के उदासीन रवैये से वह नाराज है और इसके खिलाफ राजधानी में शीघ्र ही भूख हड़ताल शुरू कर दी जायेगी। उन्होंने प्रदेश सरकार को कोसते हुए कहा कि सरकार ने अभी तक उनके हितों के लिए कोई कार्य नहीं किया है।


धरना स्थल पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करती उत्तराखंड आशा स्वास्थ्य कार्यकत्रियां

यहां धरना स्थल पर उत्तराखंड आशा स्वास्थ्य कार्यकत्री यूनियन की अध्यक्ष शिवा दूबे के नेतृत्व में अपनी समस्याओं के समाधान के लिए प्रदेश सरकार के खिलाफ 36वें दिन प्रदर्शन करते हुए धरना दिया और कार्यविगत कत्र्रियों ने कहा कि सरकार उनके हितों के लिए गंभीर नहीं दिखाई दे रही है जो चिंता का विषय है। उनका कहना है कि सरकार के रवैये से वह नाराज है और राजधानी में शीघ्र ही भूख हड़ताल शुरू कर दी जायेगी। उनका कहना है कि अब सरकार के खिलाफ आर पार की लडाई लडी जायेगी जिसके लिए जल्द ही रणनीति तैयार की जायेगी। उनका कहना है  कि यदि शीघ्र ही उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो आंदोलन को तेज किया जायेगा। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि अन्य स्कीम वर्करों की भांति आशाओं को भी न्यूनतम वेतन व मानदेय दिया जाना चाहिए, लेकिन अभी तक सरकार की ओर से किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गई है। वक्ताओं का कहना है कि सन 2012-13, 2013-14, 2015-16, 2016-17 चारों की पांच हजार रूपये प्रति वर्ष प्रोत्साहन राशि को एक मुश्त भुगतान अविलंब जारी किया जाये।


मसूरी शहीद स्थल पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करती आशा कार्यकत्रियां 

उनका कहना है कि सरकार अभी तक इस दिशा में गंभीर नहीं दिखाई दे रही है। उनका कहना है कि आशा कार्यकत्र्रियों को बोनस का भुगतान तत्काल प्रभाव से किया जाये और 45वें श्रम सम्मेलन के फैसले के अनुसार आशा कार्यकत्र्रियों को कर्मकार घोषित किया और वर्तमान समय में बढती हुई महंगाई को देखते उनके भत्तों में महंगाई के अनुरूप बढोत्तरी की जाये। 

उनका कहना है कि पूर्व में मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री एवं स्वास्थ्य महानिदेशक को अवगत कराये जाने के बाद भी आज तक समस्याओं का समाधान नहीं हो पाया है जिससे उनमें रोष बना हुआ है। उनका कहना है कि उनके हितों के लिए किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। उनका कहना है कि लगातार उनके हितों की अनदेखी की जा रही है।

उनका कहना है कि लगातार उनके हितों की अनदेखी की जा रही है जिसे किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उनका कहना है कि जल्द ही समस्याओं का हल नहीं किया गया तो आंदोलन को तेज किया जायेगा और इसके लिए रणनीति तैयार की जायेगी। 

इस अवसर पर शिवा दूबे, बीरेन्द्र सिंह भंडारी, लेखराज, सुनीता चौहान, बीरा भंडारी, मंजु ठाकुर, नीरू जैन, हन्सी देवी, बीना, शीतल, राधा देवी, मधु शर्मा, मधुबाला, सीमा देवी, प्रमिला, हेमलता, शिवदेई नैथानी, हेमलता, कलावती, कलावती चंदोला, अनिता अग्रवाल आदि मौजूद थे। 
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