भूषण कुमार/समस्तीपुर
समस्तीपुर/दलसिंहसराय:- थाना क्षेत्र के बसढ़िया स्थित राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 28 के समीप महिसी गाँव से आयी बारात के एक बोलेरो गाड़ी को बुधवार की रात चोरो ने गायब कर दिया। चालक की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुँच कर मामले का मुआयना किया। इस मामले से संबंधित प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी हैं।
बताते चले विभूतिपुर थाना क्षेत्र के महिसी गांव से बारात इस बोलेरों से आये थे। बसढ़िया निवासी राम उचित सिंह की बेटी की शादी में भाग लेने के बाद वापस जाने के लिए बारात के लोग जब बैगन चौक के पास आये तब तक बोलेरो को गायब पाया। काफी मसक्कत एवं खोजबीन पर भी पता न चलने की स्थिति में चालक के द्वारा पुलिस को सूचना दी गयी। बताया गया हैं कि इस बोलेरो के मालिक महिसी गाँव के निवासी हैं।
इस तरह की वाहन चोरी की घटनाये दलसिंहसराय थाने क्षेत्र में आम बात हो गयी हैं। इस तरह के मामले में पुलिस मात्र प्राथमिकी दर्ज करके ही अपने काम इतिश्री मान लेती हैं। इस तरह की घटनाओं में इजाफा से आम लोग परेशान हैं। परंतु वे अपनी फरियाद लेकर कहाँ जाए यह सूझता नही हैं। एक ओर थानाध्यक्ष थाना क्षेत्र में कानून का राज होने का दंभ भरते हैं दूसरी ओर प्रतिदिन ऐसी घटनाये घटती हैं। इस प्रकार पुलिस की गतिविधियां संदिग्ध जान पड़ती हैं, एवं उनका दंभ खोखला प्रतीत होता हैं।
समस्तीपुर/दलसिंहसराय:- थाना क्षेत्र के बसढ़िया स्थित राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 28 के समीप महिसी गाँव से आयी बारात के एक बोलेरो गाड़ी को बुधवार की रात चोरो ने गायब कर दिया। चालक की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुँच कर मामले का मुआयना किया। इस मामले से संबंधित प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी हैं।
बताते चले विभूतिपुर थाना क्षेत्र के महिसी गांव से बारात इस बोलेरों से आये थे। बसढ़िया निवासी राम उचित सिंह की बेटी की शादी में भाग लेने के बाद वापस जाने के लिए बारात के लोग जब बैगन चौक के पास आये तब तक बोलेरो को गायब पाया। काफी मसक्कत एवं खोजबीन पर भी पता न चलने की स्थिति में चालक के द्वारा पुलिस को सूचना दी गयी। बताया गया हैं कि इस बोलेरो के मालिक महिसी गाँव के निवासी हैं।
इस तरह की वाहन चोरी की घटनाये दलसिंहसराय थाने क्षेत्र में आम बात हो गयी हैं। इस तरह के मामले में पुलिस मात्र प्राथमिकी दर्ज करके ही अपने काम इतिश्री मान लेती हैं। इस तरह की घटनाओं में इजाफा से आम लोग परेशान हैं। परंतु वे अपनी फरियाद लेकर कहाँ जाए यह सूझता नही हैं। एक ओर थानाध्यक्ष थाना क्षेत्र में कानून का राज होने का दंभ भरते हैं दूसरी ओर प्रतिदिन ऐसी घटनाये घटती हैं। इस प्रकार पुलिस की गतिविधियां संदिग्ध जान पड़ती हैं, एवं उनका दंभ खोखला प्रतीत होता हैं।
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