देहरादून। अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत आशा कार्यकत्रियों ने आज धरना स्थल पर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती आंदोलन जारी रहेगा।
आशा कार्यकत्रियों ने यूनियन की अध्यक्ष शिवा दूबे के नेतृत्व में सरकार के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि अन्य स्कीम वर्करों की भांति आशाओं को भी न्यूनतम वेतन व मानदेय दिया जाना चाहिए, लेकिन अभी तक सरकार की ओर से किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गई है।सन 2012-13, 2013-14, 2015-16, 2016-17 चारों की पांच हजार रूपये प्रति वर्ष प्रोत्साहन राशि को एक मुश्त भुगतान अविलंब किया जाये। सरकार अभी तक इस दिशा में गंभीर नहीं दिखाई दे रही है। आशा कार्यकत्रियों को बोनस का भुगतान तत्काल प्रभाव से किया जाये और 45वें श्रम सम्मेलन के फैसले के अनुसा आशा कार्यकत्रियों को कर्मकार घोषित किया और वर्तमान समय में बढ़ती हुई महंगाई को देखते उनके भत्तों में महंगाई के अनुरूप बढोत्तरी की जाये। पूर्व में मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री एवं स्वास्थ्य महानिदेशक को अवगत कराये जाने के बाद भी आज तक समस्याओं का समाधान नहीं हो पाया है जिससे उनमें रोष बना हुआ है।
धरने में सुनीता चैहान, बीरा भंडारी, मंजु ठाकुर, नीरू जैन, हन्सी देवी, बीना, शीतल, राधा देवी, मधु शर्मा, मधुबाला, सीमा देवी, प्रमिला, हेमलता, शिवदेई नैथानी, हेमलता, कलावती, कलावती चंदोला, अनिता अग्रवाल आदि शामिल हुए।
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