देहरादून। आशा कार्यकत्रियों ने वेतन भुगतान समेत विभिन्न मांगों को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए धरना दिया और अपनी मांगों की ओर सरकार का ध्यान खींचने के लिए भीख मांगी। आशा कार्यकत्रियों ने दुकानदारों व अन्य लोगों से भीख मांगी।
अपनी मांगों की ओर सरकार का ध्यान खींचने के लिए आशा कार्यकत्री भीख मांगते हुए। |
आशा कार्यकत्री उत्तराखंड आशा स्वास्थ्य कार्यकत्री यूनियन की अध्यक्ष शिवा दूबे के नेतृत्व में परेड मैदान स्थित धरना स्थल पर एकत्रित हुई और अपनी मांगों की ओर सरकार का ध्यान खींचने के लिए भीख मांगी। उनका कहना था कि सरकार उनकी मांगों को लेकर गंभीर नहीं है। इतने लंबे आंदोलन के बाद भी उनकी मांगें नहीं मानी गई हैं। अन्य स्कीम वर्करों की भांति आशाओं को भी न्यूनतम वेतन व मानदेय दिया जाना चाहिए, लेकिन अभी तक सरकार की ओर से किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गई है। सन 2012-13, 2013-14, 2015-16, 2016-17 चारों की पांच हजार रूपये प्रति वर्ष प्रोत्साहन राशि को एक मुश्त भुगतान अविलंब किया जाये, लेकिन सरकार इस ओर किसी भी प्रकार की कोई कार्ययोजना तैयार नहीं कर पा रही है, बल्कि आंदोलन को तोड़ने की रणनीति अपना रही है। सरकार अभी तक इस दिशा में गंभीर नहीं दिखाई दे रही है। उनका कहना है कि आशा कार्यकत्र्रियों को बोनस का भुगतान तत्काल प्रभाव से किया जाये और 45वें श्रम सम्मेलन के फैसले के अनुसा आशा कार्यकत्र्रियों को कर्मकार घोषित किया और वर्तमान समय में बढ़ती हुई महंगाई को देखते उनके भत्तों में महंगाई के अनुरूप बढोत्तरी की जाये। पूर्व में मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री एवं स्वास्थ्य महानिदेशक को अवगत कराये जाने के बाद भी आज तक समस्याओं का समाधान नहीं हो पाया है जिससे उनमें रोष बना हुआ है। उनके हितों के लिए किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। लगातार उनके हितों की अनदेखी की जा रही है। जिसे किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। विरोध प्रदर्शन में शिवा दूबे, बीरेन्द्र सिंह भंडारी, लेखराज, सुनीता चैहान, बीरा भंडारी, मंजु ठाकुर, नीरू जैन, हन्सी देवी, बीना, शीतल, राधा देवी, मधु शर्मा, मधुबाला, सीमा देवी, प्रमिला, हेमलता, शिवदेई नैथानी, हेमलता, कलावती, कलावती चंदोला, अनिता अग्रवाल आदि शामिल रही।
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