गुरुग्राम के रायन इंटरनेशनल स्कूल में 7 साल के स्टूडेंट प्रद्युम्न ठाकुर की गला रेतकर हत्या कर दी गई. आरोपी बस कंडक्टर अशोक कुमार को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी को शनिवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा, उसने हत्या की बात स्वीकार कर ली है.

आरोपी ने अपना अपराध कुबूल करते हुए बताया कि वह चाकू साफ करने के लिए टॉयलेट गया था. वहां उसने बच्चे को देखा तो उसके साथ दुष्कर्म की कोशिश करने लगा. बच्चा डरकर चिल्लाने लगा तो उसने चाकू से उसका गला रेत दिया और उसे वहीं छोड़कर वहां से भाग गया.

कंडक्टर ने कहा, "मैं चाकू साफ करने टॉयलेट गया था. बच्चे को देखा तो बुद्धि भ्रष्ट हो गई. मुझे अफसोस है. मैं हर सजा के लिए तैयार हूं."

स्कूल परिसर में बच्चे की हत्या के बाद स्कूल प्रबंधन सवालों के घेरे में आ गया है. वहां पढ़ने वाले बच्चों के पेरेंट्स में अपनी बच्चों की सुरक्षा को लेकर सवाल हैं. वे घबराए हुए हैं कि इतनी बड़ी घटना के बाद वे कैसे अपने बच्चों को स्कूल जाने दे सकते हैं.

बच्चे की हत्या के बाद उठ रहे ये सवालः
> पहला सवाल यह कि स्कूल में चाकू कैसे आया. किसी को भी चाहे वह कंडक्टर हो या टीचर, उसे स्कूल परिसर के अंदर चाकू लाने की इजाजत कैसे दी जा सकती है?

> दूसरा सवाल यह कि बच्चों के टॉयलेट कंडक्टर क्या कर रहा था? वह स्टाफ टॉयलेट में क्यों नहीं गया? या क्या स्टाफ के लिए अलग टॉयलेट नहीं है? पेरेंट्स का कहना है कि जब उन्हें स्कूल परिसर के अंदर जाने की इजाजत नहीं दी जाती तो कंडक्टर को स्कूल बिल्डिंग में घुसने की इजाजत कैसे दी गई.

> तीसरा और महत्वपूर्ण सवाल यह कि रायन इंटरनेशनल स्कूल एक बड़ा स्कूल ग्रुप है. देशभर में उसकी 300 से ज्यादा शाखाएं हैं. स्कूल की फीस हजारों में है, ऐसे में स्कूल बिल्डिंग का सीसीटीवी कैमरा खराब कैसे था? खराब था तो ठीक क्यों नहीं करवाया गया?

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